ब्लैकबेरी Z3
Z3 ब्लैकबेरी 10 पर चलने
वाला पहला बजट डिवाइस है और इसे फॉक्सकॉन ने बनाया है। हालांकि इसमें
हार्डवेयर के मामले में थोड़ी कटौती की गई है, फिर भी यह फुल ब्लैकबेरी 10
एक्स्पीरियंस देता है। लेकिन क्या Z3 ब्लैकबेरी को डूबने से बचा पाएगा?
जानते की कोशिश करते हैं इस रिव्यू में...
ब्लैकबेरी Z3 को बनाने में काफी हद तक प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया है,
लेकिन हमें इसकी बनावट और बिल्ड क्वॉलिटी से कोई दिक्कत नहीं हुई। निसंदेह
यह फोन सॉलिड और टिकाऊ लगता है, लेकिन 164 ग्राम वजन के साथ यह थोड़ा भारी
भी है।
इसमें सामने 5 इंच का डिस्प्ले है, जिसके नीचे ब्लैकबेरी
का लोगो है। इयरपीस ग्रिल ऊपर की तरफ है। बाकी ब्लैकबेरी 10 फोन्स से अलग
इसमें पावर, म्यूट और वॉल्यूम बटन बाईं तरफ हैं।
पावर बटन तक पहुंचना थोड़ा मुश्किल काम है, लेकिन बटन अच्छे से काम करते
हैं। किसी ब्लैकबेरी 10 डिवाइस में पहली बार माइक्रो-यूएसबी पोर्ट नीचे की
तरफ दिया गया है। बाएं किनारे पर फ्लैप है, जिसके नीचे माइक्रो-सिम और
माइक्रो-एसडी कार्ड स्लॉट्स हैं। पीछे की तरफ टेक्चर्ड प्लास्टिक पैनल है,
जिससे फोन पर पकड़ बढ़िया बनती है। पीछे की तरफ 5 मेगापिक्सल कैमरा,
ब्लैकबेरी लोगो और एक स्पीकर ग्रिल है। यहां 5 मेगापिक्सल कैमरा, ब्लैकबेरी
लोगो और एक स्पीकर ग्रिल है।
कुल मिलाकर ब्लैकबेरी Z3 टिकाऊ महसूस होता है, भले ही कंपनी ने इसमें प्रीमियम मटीरियल्स का इस्तेमाल न किया हो।
ब्लैकबेरी Z3 में 5 इंच का एलसीडी डिस्प्ले (540x960p) है। कंपनी के
मुताबिक फोन में पिक्सलेशन रोकने के लिए रेजॉलूशन बढ़ाने की टेक्नॉलजी
इस्तेमाल की गई है, जिससे इस पर ऐप्स ब्लैकबेरी Z30 की तरह 720p रेजॉलूशन
जैसे चलेंगे। हालांकि टेक्स्ट और ग्राफिक्स इस पर ब्लैकबेरी Z10 और Z30
जितने अच्छे नहीं दिखते। हमें कुछ पिक्सलेशन भी दिखाई दिया।
इसका डिस्प्ले महंगे ब्लैकबेरी 10 डिवाइसेज़ जितना ब्राइट नहीं लगता और
इसका असर धूप में पढ़े जाने पर भी दिखता है। व्यूइंग ऐंगल्स अच्छे हैं। कुल
मिलाकर हमें लगता है कि इस फोन को 720p डिस्प्ले वाला होना चाहिए, खासकर
इस कीमत पर।
ब्लैकबेरी Z3 में पीछे की
तरफ एलईडी फ्लैश के साथ ऑटोफोकस वाला 5 मेगापिक्सल का कैमरा है। 1.1
मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा है। इसमें टाइम शिफ्ट कैमरा फीचर है, जिससे आप
तस्वीर के किसी खास हिस्से को आगे-पीछे के वक्त के हिसाब से बदल कर अपनी
तस्वीर बेहतर बना सकते हैं। इसमें कई फिल्टर भी हैं। हालांकि ऐप में बहुत
गहराई से कंट्रोल करने के लिए सेटिंग्स नहीं हैं।
सॉफ्टवेयर
ब्लैकबेरी Z3 कंपनी के लेटेस्ट ब्लैकबेरी 10 ओएस वर्ज़न 10.2.1 पर चलता
है। इसमें प्रायॉरिटी हब है, जो सभी जरूरी इंटरऐक्शन, अडिशनल टूगल्स और
सेटिंग्स एक ही जगह दिखाता है। सबसे खास बात यह है कि इस पर ऐंड्रॉयड ऐप्स
भी इंस्टॉल किए जा सकते हैं।
जी हां, आप इंटरनेट और अमेज़न ऐप
स्टोर या 1मोबाइल मार्केट जैसे थर्ड पार्टी ऐंड्रॉयड ऐप स्टोर से APK
(ऐंड्रॉयड ऐप इंस्टॉलेशन) फाइल्स डाउनलोड करके इंस्टॉल कर सकते हैं।
इसका ऑपरेटिंग सिस्टम स्वाइप जेस्चर पर काम करता है और इसमें नैविगेशन के
लिए कोई ऑनलाइन या हार्डवेयर बटन नहीं है। आप नीचे से ऊपर की तरफ स्वाइप
करके किसी ऐप को मिनिमाइज़ या बंद कर सकते हैं। ऊपर से नीचे की तरफ स्वाइप
करके अडिशनल सेटिंग्स तक पहुंचा जा सकता है। स्क्रीन को अनलॉक करने के लिए
भी स्वाइप करना पड़ता है। फोन में एक ट्यूटोरियल ऐप है, जिससे यूज़र इसके
जेस्चर के बारे में सीख सकते हैं।
ब्लैकबेरी Z3 की बड़ी स्क्रीन
पर सॉफ्टवेयर अच्छे से काम करता है और बेहतरीन एक्स्पीरियंस होता है। लेकिन
अगर आप ऐंड्रॉयड, विंडोज़ फोन या आईओएस डिवाइस इस्तेमाल करते रहे हैं,
जिनमें अलग से होम बटन्स होते हैं, तो आपको इसे सीखने के लिए थोड़ा वक्त
देना पड़ेगा।
इसका यूआई (यूज़र इंटरफेस) हब, ऐक्टिव पेन और ऐप पैनल में बंटा हुआ है। हब
में हर तरह के मेसेज और नोटिफिकेशन रहते हैं। ऐक्टिव पेन पिछले खोले गए 4
ऐप को विजट फॉर्मैट में दिखाता है, जिससे एक झलक में थोड़ी जानकारी मिल
जाती है। ऐप लिस्ट में इंस्टॉल किए गए सभी ऐप्स के आइकन दिखते हैं।
हमें इंटरफेस पसंद आया। हब खास तौर पर पसंद आया, जिसके जरिए कई ईमेल और
मेसेजिंग अकाउंट्स को बहुत आसानी से मैनेज किया जा सकता है। आप ट्विटर,
फेसबुक, लिंक्डइन और फोरस्क्वेयर जैसे अपने सभी सोशल नेटवर्किंग अकाउंट्स
को हब से जोड़ सकते हैं।
रोचक बात यह है कि इसमें ईमेल के लिए अलग
से कोई ऐप नहीं है। टेक्स्ट मेसेज के लिए एक ऐप शॉर्टकट है, जो आपको हब
में ले जाता है। ब्लैकबेरी मेसेंजर और वॉट्सऐप अलग से ऐप्स की तरह चल सकते
हैं और हब के जरिए भी।
हमने जितने सॉफ्ट कीबोर्ड्स इस्तेमाल किए
हैं, उनमें से सबसे अच्छे कीबोर्ड्स में ब्लैकबेरी 10 कीबोर्ड शामिल है। यह
प्रिडिक्टिव कीबोर्ड है, जो यूज़र की टाइपिंग स्टाइल के हिसाब से काम करता
है और टाइप करते हुए खुद से सजेशन देता है। आप प्रिडिक्शंस पाने के लिए
'इन-लेटर' और 'इन-कॉलम' स्टाइल में चुनाव कर सकते हैं, कि कीबोर्ड के ऊपर
आपको किस तरह प्रिडिक्शंस मिलें। यह हिंग्लिश (रोमन स्क्रिप्ट में हिंदी)
और हिंदी के लिए भी बढ़िया काम करता है। वास्तव में यह हिंदी में टाइप करने
के लिए बहुत अच्छा है क्योंकि आपको मात्राओं और हलन्त आदि को खोजने नहीं
पड़ता है।
गूगल सर्विसेज़ या अमेज़न सर्विसेज़ के सहारे चलने वाले
ऐप्स को छोड़कर बाकी ऐंड्रॉयड ऐप्स इस पर बढ़िया चलते हैं, हालांकि इनमें
कहीं-कहीं लैग (रुकावट या धीमापन) दिखता है। ये एक ऐप प्लेयर में चलते हैं,
जिसमें एक बैक बटन है। आप प्लेयर के यूआई एलिमेंट्स को छिपा सकते हैं,
लेकिन आपको कुछ ऐप्स के नैविगेशन में दिक्कत आ सकती है।फोन के
हार्डवेयर या अक्सेसरीज़ (ब्लूटूथ, हेडसेट, कैमरा) का इस्तेमाल करने वाले
ऐंड्रॉयड ऐप्स ऐंड्रॉयड फोन जितना स्मूद काम नहीं करते हैं।
ईमानदारी से कहें, तो ब्लैकबेरी Z3 एक ऐंड्रॉयड फोन का स्थानापन्न
(सब्स्टिट्यूट) नहीं है। एक ब्लैकबेरी यूज़र होने पर भी आपसे अपने पसंदीदा
ऐंड्रॉयड ऐप्स (इंटाग्राम, ज़ाइट, फ्लिपबोर्ड और ऐसे ही ऐप्स) नहीं
छूटेंगे, लेकिन इनका एक्स्पीरियंस ऐंड्रॉयड फोन पर इस्तेमाल जितना अच्छा
नहीं है।
हार्डवेयर और परफॉर्मेंस
ब्लैकबेरी
Z3 में 1.2 गीगाहर्त्ज क्वॉलकॉम स्नैपड्रैगन 400 (MSM8230) ड्यूल-कोर
प्रोसेसर और 1.5 जीबी रैम है। हमें होम स्क्रीन के जरिए हब, ऐक्विट पेन और
ऐप पैनल के नैविगेशन और ऐप्स के बीच आने-जाने में कोई दिक्कत महसूस नहीं
हुई।
ऐक्विट पेन केवल 4 ऐप्स को सपॉर्ट करता है। इसका मतलब यह है
कि यूज़र एक वक्त में बैकग्राउंड में केवल 4 ऐप्स चला सकता है। ब्लैकबेरी
Z10 और Z30 फोन्स 8 खुले ऐप्स सपॉर्ट करते हैं। हो सकता है कि इसे घटाने का
मकसद फोन को धीमा होने से बचाना हो।
हमने अमेज़न ऐप्सस्टोर
डाउनलोड किया और उसके जरिए कुछ ऐंड्रॉयड ऐप्स डाउनलोड किए। चूंकि ऐप्स एक
खास रनटाइम पर चलते हैं, इसलिए इनकी परफॉर्मेंस ब्लैकबेरी 10 ऐप्स जितनी
अच्छी नहीं थी। इंस्टाग्राम, शाज़म और ट्यूनइन रेडियो जैसे ऐंड्रॉयड ऐप्स
लोड होने में टाइम लेते हैं और इनके बीच स्विच करना भी बहुत स्मूद नहीं है।
इस स्मार्टफोन में 8 जीबी स्टॉरेज है और 32 जीबी तक माइक्रो-एसडी कार्ड
सपॉर्ट करने वाला स्लॉट है। इसमें 2500mAh बैटरी है। कंपनी का दावा है कि
इससे 15.5 घंटे तक का टॉकटाइम और 16.2 घंटे तक का स्टैंडबाई टाइम मिलेगा।
हमारे मामले में औसत से ज्यादा इस्तेमाल के बीच फोन पूरे दिन (12-14 घंटे)
चला। अगर आप कम इस्तेमाल करेंगे, तो आपको और बेहतर बैटरी लाइफ मिल सकती है।
इस पर बिना किसी दिक्कत के ज्यादातर विडियो (फुच-एचडी के साथ) और ऑडियो
फाइल्स चल गईं। फोन की कॉल क्वॉलिटी और सिग्नल पकड़ने की क्षमता अच्छी है।
इसका जीपीएस भी अच्छा काम करता है।
फोन के एक्सटर्नल स्पीकर से तेज स्टीरियो साउंड आता है और साउंड क्वॉलिटी भी अच्छी है। Z3 के साथ अच्छा इयरफोन भी मिलता है।
फोन पिछले हिस्से पर रखे होने के दौरान आवाज थोड़ी दब जाती है। यह दिक्कत
पिछले हिस्से में स्पीकर के डिजाइन वाले सभी स्मार्टफोन्स के साथ है।इसमें एफएम रेडियो भी है, लेकिन इसकी रिकॉर्डिंग नहीं की जा सकती। एफएम रेडियो फीचर म्यूज़िक ऐप में छिपा हुआ है।
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