Wednesday 16 July 2014

अमरुद के फायदे/Benefits of Guava

                        अमरुद  के फायदे / Benefits of Guava


यह स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभदायक फल है। इसमें विटामिन "सी' अधिक मात्रा में पाया जाता है। इसके अतिरिक्त विटामिन "ए' तथा "बी' भी पाए जाते हैं। इसमें लोहा, चूना तथा फास्फोरस अच्छी मात्रा में होते हैं। अमरूद की जेली तथा बर्फी (चीज) बनाई जाती है। इसे डिब्बों में बंद करके सुरक्षित भी रखा जा सकता है।
अमरूद के लिए गर्म तथा शुष्क जलवायु सबसे अधिक उपयुक्त है। यह गरमी तथा पाला दोनों सहन कर सकता है। केवल छोटे पौधे ही पाले से प्रभावित होते हैं। यह हर प्रकार की मिट्टी में उपजाया जा सकता है, परंतु बलुई दोमट इसके लिए आदर्श मिट्टी है। भारत में अमरूद की प्रसिद्ध किस्में इलाहाबादी सफेदा, लाल गूदेवाला, चित्तीदार, करेला, बेदाना तथा अमरूद सेब हैं।


*अमरूद में विटामिन सी छिलके में और उसके ठीक नीचे होता है तथा भीतरी भाग में यह मात्रा घटती जाती       है। फल के पकने के साथ-साथ यह मात्रा बढ़ती जाती है। 
अमरूद में प्रमुख सिट्रिक अम्ल है इसके छह से बारह प्रतिशत भाग में बीज होते है। 
*डायबिटीज के रोगी के लिए एक पके हुये अमरूद का भरता काफी फायदेमंद साबित होता है। अमरूद के सेवन से खून में सुगर का स्तर कम होता है। 
इसमें फाइबर अधिक मात्रा में होते हैं जो शुगर पचाने और इन्सुलिन बढ़ाने में मदद करते हैं। 
 *इसमें फोलेट की अच्छी मात्रा है जिससे महिलाओं में प्रजनन क्षमता बढ़ती है। जो महिलाएं मां बनने की इच्छुक हैं उन्हें हर रोज अमरूद का सेवन करना चाहिए। 
 *अमरूद में संतरे के मुकाबले चार गुना अधिक विटामिन सी होता है। विटामिन सी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर की प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाते हैं और कैंसर से लड़ने में शरीर की मदद करते हैं। 
*अमरूद में मौजूद पोटैशियम शरीर में सोडियम के प्रभाव को कम करता है जिससे ब्लड प्रेशर की समस्या से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा, यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है।
*अमरूद में आयोडीन अच्छी मात्रा में होता है जिससे थायरॉइड की समस्या में आराम होता है। इससे शरीर का हार्मोनल संतुलन बना रहता है।
*अमरूद में विटामिन बी अच्छी मात्रा में पायी जाती है। साथ ही, इसमें नायसिन भी है जो रक्त संचार बढ़ाता है जिससे दिमाग तेजी से काम करता है। 
इसके अलावा, पायरीडॉक्सीन नामक तत्व दिमाग और नसों के लिए फायदेमंद है। 
* अमरूद में लाइकोपीन टमाटर से दोगुनी मात्रा में होता है जो त्वचा का अल्ट्रावॉयलेट किरणों से बचाव करता है और त्वचा के कैंसर से बचाता है। 
*सर्दी-जुकाम होने पर भुना हुआ अमरुद नमक व काली मिर्च के साथ खाने से जुकाम की स्थिति से छुटकारा मिलता है। इसमें मौजूद विटामिन सी जुकाम में काफी फायदेमंद साबित होता है। 
*अमरुद में पाया जाने बाला रेशा या फाइवर मेटाबॉलिज्म को ठीक रखने की सबसे अच्छी दवा है तो जिन लोगों का पेट खराब रहता है वो लोग अमरुद का सेवन अवश्य करें 
*आंखों में रोशनी कम होने पर रोज एक अमरुद का सेवन करें इसमे आंखों के लिए जरूरी विटामिन ए प्रचुर मात्रा में मिलता है। 
*अगर आपके मुंह में काफी छाले हो गए हैं या फिर अक्‍सर आपको माउथ अल्‍सर की प्रॉब्‍लम बनी रहती है तो आप अमरूद की नई - नई कोमल पत्तियों को सेवन करें। इससे आराम मिलता है। 
*अमरूद बॉडी के मेटाबॉल्जिम को बैलेंस रखता है इस वजह से इसके सेवन से कब्‍ज से छुटकारा मिल जाता
है। 
 *अमरूद में विटामिन ए की मात्रा काफी होती है जो कि आंखों को स्‍वस्‍थ बनाएं रखती है। इसके अलावा अमरूद में विटामिन सी भी होता है जो बीमारियों को शरीर से दूर भगाता है। 
*अमरूद में मौजूद पौटेशियम के कारण इसके नियमित सेवन से स्‍कीन ग्‍लो करती है और कील मुंहासों से भी छुटकारा मिलता है। 
 *शरीर में मोटापे की मुख्‍य वजह बॉडी का कोलेस्‍ट्राल होता है। अमरूद में मौजूद तत्‍व शरीर से कोलेस्‍ट्रॉल को कम कर देते हैं जिससे मोटापा घट जाता है। 
*अगर किसी व्‍यक्ति को भांग का नशा भयंकर चढ़ गया हो तो उसे अमरूद के पत्‍तों का रस पिलाने से नशा कम हो जाएगा। रस की बजाय आप अमरूद के पत्‍तों को भी खिला सकते हैं बशर्ते वो नशेड़ी व्‍यक्ति उसे अच्‍छे से चबा ले।
*इसमें फोलेट की अच्छी मात्रा है जिससे महिलाओं में प्रजनन क्षमता बढ़ती है। जो  महिलाएं मां बनने की इच्छुक हैं उन्हें हर रोज अमरूद का सेवन करना चाहिए।


अमरूद के ताजे पत्तों का रस 10 ग्राम तथा पिसी मिश्री 10 ग्राम मिलाकर 21 दिन प्रात: खाली पेट सेवन करने से भूख खुलकर लगती है और शरीर सौंदर्य में भी वृद्धि होती है।
कच्चे अमरूद को पत्थर पर घिसकर उसका एक सप्ताह तक लेप करने से आधा सिर दर्द समाप्त हो जाता है। यह प्रयोग प्रात:काल करना चाहिए। 
गठिया के दर्द को सही करने के लिए अमरूद की 4-5 नई कोमल पत्तियों को पीसकर उसमें थोड़ा सा काला नमक मिलाकर रोजाना खाने से से जोड़ो के दर्द में काफी राहत मिलती है।
फोड़े और फुंसियों से परेशान हो तो अमरूद की 7-8 पत्तियों को लेकर थोड़े से पानी में उबालकर पीसकर पेस्ट बना लें और इस पेस्ट को फोड़े-फुंसियों पर लगाने से आराम मिलता ।